Description
मीना बिंद्रा ने किया। जसु शिल्पी ने किया। नीना लेखी ने किया। फॉलो एवरी रेनबो पच्चीस उद्यमी महिलाओं की कहानी है जिन्होंने एक चुनौती स्वीकार की। उन्होंने प्यार, हंसी और धैर्य के साथ एक परिवार के साथ-साथ एक कंपनी का भी पालन-पोषण किया। कई समीकरणों को प्रबंधित करना, कभी हार न मानना। ये कहानियाँ एक बात कहती हैं, ज़ोर से और स्पष्ट। महिलाएं पुरुषों की तुलना में अलग तरह से सोचती हैं और कार्य करती हैं, लेकिन वे उतनी ही सफल हो सकती हैं। 'सफलता' का क्या अर्थ है,यह केवल आप ही तय कर सकते हैं।
मीना बिंद्रा ने किया। जसु शिल्पी ने किया। नीना लेखी ने किया। फॉलो एवरी रेनबो पच्चीस उद्यमी महिलाओं की कहानी है जिन्होंने एक चुनौती स्वीकार की। उन्होंने प्यार, हंसी और धैर्य के साथ एक परिवार के साथ-साथ एक कंपनी का भी पालन-पोषण किया। कई समीकरणों को प्रबंधित करना, कभी हार न मानना। ये कहानियाँ एक बात कहती हैं, ज़ोर से और स्पष्ट। महिलाएं पुरुषों की तुलना में अलग तरह से सोचती हैं और कार्य करती हैं, लेकिन वे उतनी ही सफल हो सकती हैं। 'सफलता' का क्या अर्थ है,यह केवल आप ही तय कर सकते हैं।