Description
भावना से प्रेम, प्रेम से आनन्द और आनन्दातिरेक से गीतों की सृष्टि होती है। ‘जहां न पहंुचे रवि वहां पहुंचे कवि’ जैसी कहावत से भला कौन परिचित नहीं। सुख - दुःख के भाववेशमयी अवस्था विशेष का गिने - चुने शब्दों में स्वरसाधना से उपयुक्त चित्रण कर गीत रचना करने की योग्यता केवल नीरज जैसे कवियों के वश की ही बात है। नीरज का अपना अलग अंदाजे बयां है। उनके गीतों का अपना एक अलग अंदाज है। ऐसे कवि गीतकार शायर से हम यही उम्मीद करेंगे कि उनके द्वारा यदि कोई संकलन तैयार किया जाए तो निश्चय ही उसकी बुलंदी भी काफ़ी ऊंची होगी। यह कार्य उन्होंने डाॅ. किरन सिंह के साथ मिलकर सम्पन्न किया है। देश के सभी चर्चित गीतकारों की लोकप्रिय रचनाओं को इस पुस्तक में समेटकर निस्संदेह महान साहित्य साधना का परिचय दिया है। तो आइए गीतों की इस गंगा में डुबकी लगाएं और लोकप्रिय गीत गुनगुनाएं। नीरज हिन्दी साहित्य के सशक्त हस्ताक्षर हैं। आपने सैकड़ों फिल्मों के लिए कालजयी गीत भी लिखे, जिन्हें लोग आज भी गुनगुनाते रहते हैं। डाॅ. किरन सिंह अध्यापन कार्य से जुड़ी हुई हैं। आपने कई पुस्तकें लिखी हैं और ‘शाॅल’ व ‘मंगला’ टेली फिल्मों में अभिनय भी किया है। • बलराम श्रीवास्तव • केशरीनाथ त्रिपाठी • आत्म प्रकाश शुक्ल • किशन सरोज • माहेश्वरी तिवारी • श्री कृष्ण तिवारी • रामेन्द्र त्रिपाठी • डाॅ. कुंवर बेचैन • डाॅ. धनंजय सिंह • राजगोपाल सिंह • शंभु नाथ • डाॅ. बुद्धिनाथ मिश्र • अंसार कंबरी • डाॅ. सुरेश • मनोज श्रीवास्तव • दिनेश प्रभात • विनोद श्रीवास्तव • डाॅ. विष्णु सक्सेना • राजेन्द्र तिवारी • प्रमोद तिवारी • रमेश शर्मा • बुद्धिसेन शर्मा • अखिलेश तिवारी • नीरज
भावना से प्रेम, प्रेम से आनन्द और आनन्दातिरेक से गीतों की सृष्टि होती है। ‘जहां न पहंुचे रवि वहां पहुंचे कवि’ जैसी कहावत से भला कौन परिचित नहीं। सुख - दुःख के भाववेशमयी अवस्था विशेष का गिने - चुने शब्दों में स्वरसाधना से उपयुक्त चित्रण कर गीत रचना करने की योग्यता केवल नीरज जैसे कवियों के वश की ही बात है। नीरज का अपना अलग अंदाजे बयां है। उनके गीतों का अपना एक अलग अंदाज है। ऐसे कवि गीतकार शायर से हम यही उम्मीद करेंगे कि उनके द्वारा यदि कोई संकलन तैयार किया जाए तो निश्चय ही उसकी बुलंदी भी... Read More