Description
हर किसी केजीवन को नई दिशा दिखाने वाली प्रेरणादायक कथाएं हिन्दी कथा - जगत में नरेन्द्र कोहली एक ऐसा नाम है, जिन्होंने लाखों पाठकों के बीच अपनी लोकप्रिय छवि बनाई और प्रसि(ी के शिखर छुए। उनकी उपन्यास शृंखलाएं इसका उदाहरण हैं। उन्होंने कई विधाओं में लिखा, तो बच्चों और किशोरों के लिए भी ढेरों कहानियां लिखीं। इस संग्रह में उनकी ‘एक दिन मथुरा में’ तथा अन्य कहानियां दी गई हैं। सभी कहानियां अत्यंत हृदयस्पर्शी, रोचक एवं प्रेरणाप्रद हंै। परन्तु ये कहानियां महज उपदेश देने के लिए नहीं हैं, बल्कि इनमें उद्देश्य सामने रखा गया है, ताकि नई पीढ़ी की यह ख़ुशनुमा फसल कुछ सीख सके, कुछ बन सके। समकालीन हिन्दी साहित्य के प्रख्यात लेखक नरेन्द्र कोहली का जन्म 1940 में स्यालकोट, पंजाब (अब पाकिस्तान में) में हुआ। बी.ए. आनर्स (हिन्दी) बिहार में किया। बाद में दिल्ली विश्वविद्यालय से हिन्दी साहित्य में एम.ए. और पी - एच.डी. किए। दिल्ली के पी.जी. डी.ए.वी. (सान्ध्य) काॅलेज से नौकरी शुरू करके 1965 में मोतीलाल नेहरू काॅलेज में पहंुच गए और यहीं से स्वैच्छिक अवकाश प्राप्त कर लिया। उन्होंने उपन्यास, कहानी, नाटक और व्यंग्य मंेे सतत लेखन किया। रामकथा, कृष्णकथा, महाभारत कथा और स्वामी विवेकानन्द के जीवन पर उपन्यासों की शृंखलाओं ने साहित्य जगत को अभूतपूर्व रूप से समृद्ध बनाया।
हर किसी केजीवन को नई दिशा दिखाने वाली प्रेरणादायक कथाएं हिन्दी कथा - जगत में नरेन्द्र कोहली एक ऐसा नाम है, जिन्होंने लाखों पाठकों के बीच अपनी लोकप्रिय छवि बनाई और प्रसि(ी के शिखर छुए। उनकी उपन्यास शृंखलाएं इसका उदाहरण हैं। उन्होंने कई विधाओं में लिखा, तो बच्चों और किशोरों के लिए भी ढेरों कहानियां लिखीं। इस संग्रह में उनकी ‘एक दिन मथुरा में’ तथा अन्य कहानियां दी गई हैं। सभी कहानियां अत्यंत हृदयस्पर्शी, रोचक एवं प्रेरणाप्रद हंै। परन्तु ये कहानियां महज उपदेश देने के लिए नहीं हैं, बल्कि इनमें उद्देश्य सामने रखा गया है, ताकि नई पीढ़ी की यह... Read More